Drip Irrigation Introduction ड्रिप सिंचाई की परिभाषा
विश्व में कृषि कार्य जगत से जुड़े सभी किसान एवं कृषि क्षेत्र से जुड़े उद्यमी अच्छी फसल का उत्पादन लेकर मानसिक रूप से खुशहाल एवं आर्थिक रूप से संपन्न होना चाहते है। आज के इस तकनीकी युग में ड्रिप सिंचाई प्रणाली [Drip Irrigation System] किसानो के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। ड्रिप सिंचाई प्रणाली का प्रयोग पिछले दो दशकों में विकसित देशों में अत्यधिक रूप से किया जाने लगा है। भारत में ड्रिप सिंचाई प्रणाली पिछले 10-15 वर्षों में किसानों के बीच सिंचाई का एक मुख्य माध्यम साबित हुआ है। फसलों के अच्छे उत्पादन एवं जरुरी पोषक तत्वों को ड्रिप सिंचाई [Drip Irrigation] के माध्यम से आसानी से पौधों के जड़ों तक पहुँचाया जा सकता है। ड्रिप सिंचाई [Drip Irrigation] से पानी की 90% तक बचत एवं पथरीली, ऊँची-नीची एवं पहाड़ी भूमि में ड्रिप सिंचाई की सहायता से अच्छी पैदावार ली जा सकती है।
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भारत में ड्रिप सिंचाई को मूल भाषा में टपक सिंचाई अथवा बून्द-बून्द सिंचाई के रूप में जाना जाता है। इसमें पानी को फिलटर करके एक नलीनुमा गोलाकार पाइप [Drip Pipe / Lateral] जिसमे एकसमान दुरी पर छिद्र होते हैं जिससे पानी एवं पोषक तत्व निर्धारित दाब से पौधों की जड़ों के आस-पास पहुँच जाता है।
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ड्रिप सिंचाई पद्दति की खोज किसने की ? [Who Invented Drip Irrigation System]
विश्व में ड्रिप सिंचाई [Drip Irrigation] पद्दति की खोज इजराइल देश में हुई, जो कृषि जगत में एक क्रांति बनकर उभरी है। ड्रिप सिंचाई प्रणाली की खोज का श्रेय किसी व्यक्ति विशेष को देना गलत होगा, क्योंकि इस खोज में वैज्ञानिकों, किसानों एवं धरातल पे व्यावहारिक रूप से कार्य कर रहे विभिन्न लोगों का योगदान इसमें सम्मिलित है। समूह में कार्य कर रहे विलबर बंकमान, वेस्ट गैल, और शिपका गिल्डेनबर्ग जैसे वैज्ञानिकों का अतुल्य योगदान इस खोज सम्मिलित है। इन सभी वैज्ञानिकों ने इस परियोजना को अपने अथक प्रयासों के द्वारा सफल बनाया एवं ड्रिप सिंचाई के प्रयोग को विश्व के किसानों तक पहुंचने का कार्य किया।
ड्रिप सिंचाई पद्दति के खोज के बाद इजराइल जैसे देश जो अपनी बंजर भूमि, बलुई एवं मैदानी क्षेत्रों जहाँ पानी नाम मात्र में उपलब्ध है वहाँ खेती की और परिणाम स्वरुप कम पानी में व्यवस्थित खेती एवं अधिक उत्पादन लेने में सफल हुए। इजराइल ने इस पद्दति के द्वारा कृषि क्षेत्र में क्रांति की घोषणा कर दी। एवं विश्व के किसानो के लिए अनमोल उपहार के रूप ड्रिप सिंचाई प्रणाली [Drip Irrigation System] को प्रस्तुत किया।
ड्रिप सिंचाई के लाभ [Advantages of Drip Irrigation]
पारंपरिक सिंचाई की तुलना में अगर हम ड्रिप सिंचाई को देखे तो पारंपरिक विधि की अपेक्षा ड्रिप सिंचाई विधि अत्यधिक सुगम एवं आधुनिक है । ड्रिप सिंचाई से हमें निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं।
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पारंपरिक एवं खुली सिंचाई प्रणाली की तुलना में ड्रिप सिंचाई [Drip Irrigation] विधि से 90% तक पानी की बचत की जा सकती है।
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टपक सिंचाई माधयम से श्रम की बचत एवं कम समय में सिंचाई पूरी एवं व्यवस्थित सिंचाई करने में सक्षम है।
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बून्द-बून्द सिंचाई प्रणाली के द्वारा खेत के एक कोने में स्थापित ड्रिप खाद प्रणाली के माध्यम से पुरे खेत के किसी भी कोने में पानी एवं पौधों की जड़ों तक पोषक तत्व एवं घुलनशील खाद आसानी के साथ पहुँचाया जा सकता है।
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पेड़ पौधों के जड़ों के आस-पास एक बार पानी देने एवं खुली सिंचाई करने की तुलना में बून्द-बून्द सिंचाई करने से पौधों में अच्छी बढ़वार, उपज एवं पौधे स्वस्थ एवं हरे-भरे रहते हैं।
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इस विधि द्वारा सिंचाई करने से पानी के वाष्पीकरण को कम किया जा सकता है। मृदा के ह्रास रोका जा सकता है, एवं मिट्टी की उर्वरा शक्ति में भी बढ़ोतरी होती है।
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अच्छी एवं प्रतिष्ठित कंपनी द्वारा ड्रिप सिंचाई प्रणाली [Drip Irrigation System] को एक बार स्थापित करने एवं समय-समय पर अच्छे से रखरखाव करने पर 10 सालों तक इसे उपयोग में लाया जा सकता है।
ड्रिप सिंचाई के द्वारा उत्पादन ली जाने वाली मुख्य फसलें। [Crops suitable for Drip Irrigation System]
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सब्जीवर्गीय फसलें – टमाटर, आलू, प्याज, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, फूलगोबी, पत्तागोभी, बैगन, भिंडी, करेला,अदरक, लहसुन, तरबूज, खरबूज, खीरा, मूली, धनिया, गाजर, मटर, राजमा, शकरकंद, लौकी, कद्दू, नेनुआ, ग्वार फली, सेम फली, मेथी, पालक, इत्यादि।
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बागवानी फसलें – सेब, केला, अमरुद, संतरा, आंवला, अंगूर, स्ट्रॉबेरी, कीवी, पपीता, अनानास, लीची, आम, चीकू, अनार, बेर इत्यादि।
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नकदी फसलें – गन्ना, कपास, मक्का, जुट, तम्बाकू इत्यादि।
[Note] टिपण्णी :- ऊपर दिए निम्नलिखित सब्जीवर्गीय, बागवानी एवं नकदी फसलों के अलावा ड्रिप सिंचाई [Drip Irrigation] के द्वारा फूलों की खेती, मसालों की खेती एवं विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों की खेती भी की जाती है।
विश्व में शीर्ष ड्रिप सिंचाई कंपनियां। [Top Drip Irrigation Companies in World]
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Netafim – नेटाफिम इजराइल की कंपनी हैं, जो अपने बेहतर ड्रिप सिंचाई एवं सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली [Drip Irrigation and Micro Irrigation System] के लिए दुनिया में विश्वविख्यात है। नेटाफिम कंपनी का गठन 1965 में हुआ इस कंपनी में 5000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।
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Jain Irrigation – जैन इरीगेशन सिस्टम लिमिटेड कंपनी का गठन 1986 में हुआ। यह भारतीय मूल की कंपनी है, यह जलगांव महाराष्ट्र में स्थित हैं। यह कंपनी अपने बेहतर कृषि कार्य से जुड़े कार्यों के लिए उच्य गुणवत्ता वाले PVC पाइप, सौर ऊर्जा ड्रिप एवं सूक्ष्म इकाई स्थापित कराने वाली दुनिया की शीर्ष कंपनियों में अपना नाम दर्ज कराते आ रही है। इस कंपनी में लगभग 12000 से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं।
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The Toro Company – यह संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में अवस्थित है यह ड्रिप सिंचाई के साथ-साथ अन्य बहुत से कार्यों का निर्वहन करने वाली एक विकसित कंपनी है। TORO कंपनी का गठन 1914 में हुआ, इस कंपनी में 12280 से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं।
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Valmount Industries – वालमॉन्ट इंडस्ट्रीज अमेरिकी कंपनी है इसका गठन 1946 में हुआ। इस कंपनी में 9800 से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं एवं यह कंपनी ड्रिप सिंचाई प्रणाली स्थापति करने एवं सिंचाई उपकरण उपलब्ध करने में अग्रसर है।
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Rain Bird – रेन बर्ड कारपोरेशन कंपनी का गठन 1933 में हुआ। इसका मुख्यालय कैलिफोर्निया संयुक्त राज्य अमेरिका में अवस्थित है। अमेरिकी कंपनी होने के साथ-साथ यह कंपनी विश्व के लगभग 130 देशों में अपने सिंचाई संबधित उपकरणों को उपलब्ध करवाती है।
भारत में प्रतिष्ठित ड्रिप सिंचाई कंपनी [Top 5 Drip Irrigation Company in India]
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ड्रिप सिंचाई में उपयोग होने वाले मुख्य सामान (अवयव) [Components of Drip Irrigation]
- पी.वी.सी , एच.डी.पी.ई, पाइप [ PVC, HDPE Pipe]
- पंप ( मोटर ) [ Water Pump, Motor ]
- वाल्व [ Valve ]
- हाइड्रोसैक्लोन फिलटर [ Hydrocyclone Filter ]
- वेंचुरी / खाद टैंक [ Venturi / Fertilizer Tank ]
- प्रेशर गेज मीटर [ Pressure Gauge Meter ]
- सैंड फिलटर [ Sand Filter / Media Filter ]
- स्क्रीन फिलटर एवं डिस्क फिलटर [ Screen Filter / Disc Filter ]
- पी.वी.सी सब लाइन, मेन लाइन [ PVC Sub Line, Main Line Pipe ]
- लेटरल [ Lateral Pipe, Drip Pipe ]
- फ्लश वाल्व [ Flush Valve ]
- एयर रिलीज वाल्व [ Air Release Valve ]
- जॉइनर, एन्ड कैप इत्यादि। [ Joiner, End Cap etc. ]
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ड्रिप सिचाई मानचित्र (आरेख) [Drip Irrigation Diagram]
1 एकड़ ड्रिप सिंचाई प्रणाली का खर्च [Cost of 1 Acre Drip Irrigation System.]
Drip Irrigation खेती में सिंचाई व्यवस्था की एक नवीनतम एवं आधुनिक तकनीक है, जिसकी वजह से सभी किसान एवं खेती में अग्रसर उद्यमी ड्रिप सिंचाई तकनीक का इस्तेमाल करना चाहते हैं। पर सभी के मन में एक सवाल जरूर उठता है, की ड्रिप सिंचाई में कितना खर्चा आता है ?
सभी भारतीय एवं विदेशी मूल की कंपनियों के उत्पाद गुणवत्ता [ Product Quality ] अलग-अलग होने की वजह से सभी राष्टीय एवं अंतरास्ट्रीय कंपनियों के मूल्यों में विभिन्नता देखी जा सकती है। सामान्यता ड्रिप सिंचाई [Drip Irrigation] के एक एकड़ (1 Acre) का खर्च 30000 से 60000 तक आता है। यह खर्च आपके खेत की आकृति एवं आपके द्वारा स्थापित फिलटर यूनिट से जल स्त्रोतों की दुरी पर भी निर्भर करता है।
निष्कर्ष [Conclusion]
ऊपर लिखित जानकारी से आपको समझ में आ गया होगा की ड्रिप सिंचाई प्रणाली [Drip Irrigation System] आज के तकनीकी व नवीनतम युग में कितनी आवश्यक है। यह सिर्फ मानव श्रम की बचत नहीं करता है, बल्कि इससे किसानो व उद्यमियों को काफी फायदा होता है। इससे फसलों के उत्पादन में वृध्दि के साथ-साथ फसलों की गुणवत्ता भी अच्छी होती है, एवं पानी की बचत भी होती है। एक बार खेत में ड्रिप सिंचाई प्रणाली [Drip Irrigation System] को स्थापित कर लेने एवं अच्छे रख-रखाव के साथ उपयोग करने पर यह प्रणाली को 7 से 10 वर्षों तक उपयोग में लाया जा सकता है।
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